Menu
blogid : 9544 postid : 35

अभी और बात चीत करेगा भारत-पाक

चलो कविता लिखें और मस्ती करें
चलो कविता लिखें और मस्ती करें
  • 26 Posts
  • 562 Comments

बंधुओं! जरदारी जी के भारत आगमन और प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी के साथ हुई वार्ता पर पूरे देश को बहुत उमींद थी, और अब भी है, क्योंकि हमारे पास और कोई चारा नहीं है और हम कर भी क्या सकते हैं शिवाय उमींद के. प्रधानमंत्री जी ने जब आतंकवाद पर बात चलायी तो जरदारी जी यह कह कर बात टाल गए कि पाकिस्तान भी आतंकवाद से घायल है, मैं पूंछता हूँ कि जरदारी जी ! अगर आपका देश आतंकवाद से घायल है तो आप उसका बदला हमसे क्यूँ ले रहें हैं ? अगर भारत-पाक के बीच आतंकवाद ख़त्म हो जाये तो किसी और देश कि हिम्मत क्या जो इन दोनों मुल्को में बम गिराए या आंतक फैलाए. परंतु पहले भारत और पाक के बीच तो आतंकवाद ख़त्म हो,, पहले मुंबई का मसला तो सुलझे, इस मुलाकात में उन्हें कोई निर्णय ले लेना चाहिए, परन्तु जरदारी जी ने कहा इस पर अभी और बार-चीत कि जरूरत है, आपको क्या लगता है कि बात-चीत से ताज पर हुए हमले का मामला सुलझ जायेगा ? कश्मीर,,,, जिस पर भारत पाकिस्तान पिछले ५०-६० सालो से बात कर रहा है अब तक कोई हल नहीं निकला, तो ताज होटल का मामला तो २००८ का है इस पर न जाने किस सन में हल निकलेगा,,

और मित्रों ये तो राजनीती और मुल्क कि बाते थी जो मुझसे रहा नहीं गया मैंने लिख दिया परन्तु जरदारी जी को इस बात पर भी विचार करना चाहिए कि जिस देश भारत पर उनके देश पाकिस्तान के आतंकवादी आकर विस्फोट करते रहे हैं आज उसी देश भारत कि जमीन पर बने दरगाह पर उन्हें अपना माथा झुकाना पड़ा, ताकि उनका देश फले फूले आगे बढे.
ये हमारा भारतीय गौरव है इस पर हमे गर्व होना चाहिए .
जय हिंद
जय भारत

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply